चेन्नई कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम के घर सीबीआई की रेड हुई
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम के घर सीबीआई की रेड हुई है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक कार्ति के चेन्नई स्थित आवास पर सीबीआई अधिकारियों ने छापेमारी की है।
चीनी वीजा घोटाले में कार्ति की भूमिका !
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सीबीआई अधिकारी कार्ति चिदंबरम के आवास पर (CBI raid at Karti Chidambaram residence) कथित चीनी वीजा घोटाला (Chinese visa scam) मामले में पहुंचे हैं। सूत्रों के हवाले से एएनआई ने बताया कि पिछली बार जांच के दौरान कई बायोमेट्रिक लॉकर नहीं खोले जा सके थे। नतीजतन सीबीआई कार्ति के लॉकर्स की तलाशी नहीं ले सकी थी।
पिता चिदंबरम गृह मंत्री, पुत्र कार्ति ने किया घोटाला ?
गौरतलब है कि विगत तीन जून को सीबीआई कोर्ट ने कार्ति चिदंबरम की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी थी। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कार्ति चिदंबरम और अन्य के खिलाफ साल 2011 में 263 चीनी नागरिकों को जारी किए गए वीजा से जुड़े कथित घोटाले में मनी-लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। 2011 में कार्ति के पिता पी चिदंबरम तत्कालीन संप्रग सरकार में गृह मंत्री थे।
कार्ति सीबीआई और ई़डी के रडार पर !
11 साल पुराने वीजा घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्ति चिदंबरम के कई ठिकानों पर सीबीआई और ईडी छापेमारी कर चुकी है। केंद्रीय जांच एजेंसियों ने कार्ति से पूछताछ के बाद कई दस्तावेज जब्त भी किए हैं। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक कार्ति चिदंबरम पर 2011 में पंजाब में एक बिजली परियोजना को पूरा करने के लिए 263 चीनी नागरिकों को अवैध रूप से वीजा देने के लिए 50 लाख रुपये लेने के आरोप हैं।
कार्ति के अलावा इन लोगों पर भी शिकंजा !
यह भी दिलचस्प है कि कार्ति के पिता पी चिदंबरम को प्राथमिकी में आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया है। चिदंबरम 2011 में गृह मंत्री थे।
सांसद कार्ति चिदंबरम के अलावा सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम के चार्टर्ड अकाउंटेंट एस. भास्कररमन, मानसा की एक निजी कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड के प्रतिनिधि विकास मखरिया और बेल टूल्स, मुंबई सहित चार अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 'अज्ञात सरकारी कर्मचारियों और निजी व्यक्तियों' के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं।
जांच के दौरान जब्त कागजात पर भड़के कार्ति
एजेंसियों की कार्रवाई पर भड़के कार्ति ने सांसदों के विशेषाधिकार का हवाला देते हुए लोक सभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र भी लिखा था। बकौल कार्ति चिदंबरम, सीबीआई ने पूछताछ और छापेमारी के दौरान संसदीय विशेषाधिकार का घोर उल्लंघन किया। आईटी मामलों की संसदीय समिति के कागजात जब्त किए गए। संसदीय कार्यवाही से जुड़े इन गोपनीय कागजातों को लेने का अधिकार किसी को नहीं।
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