कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी का प्रस्ताव पास हुआ
राजस्थान सरकार की कैबिनेट बैठक में कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी का प्रस्ताव पास हुआ है. उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल का धारदार हथियार से बेरहमी से कत्ल कर दिया गया था.
मंत्रिमंडल ने संवेदनशील फैसला लेते हुए कन्हैयालाल तेली के बेटे यश तेली और तरुण तेली को राजकीय सेवा में नियुक्ति देने का फैसला लिया है. नियुक्ति के लिए नियमों में ढ़ील दी गई है. दोनों को राजस्थान अधीनस्थ कार्यालय लिपिकवर्गीय सेवा (संशोधन) नियम, 2008 और 2009 के नियम 6ग के तहत नौकरी दी जाएगी. मृतक के परिवार का जीवन सही से चल सके, इसीलिए सरकार ने उनके बेटों को नौकरी देने का फैसला लिया है. नियम के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति कीआतंकवादी हमलों, आंदोलनों, धरना, प्रदर्शनों और रैलियों जैसी घटनाओं में मृत्यु हो गई हो, तो उसके एक आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति दी जा सकती है. लेकिन गहलोत सरकार के फैसले के मुताबिक दोनों बेटों को नौकरी मिल सकती है.
कन्हैयालाल के बेटों को मिलेगी सरकारी नौकरी
कैबिनेट ने गृह विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. सीएम गहलोत की अध्यक्षता में हुई बैठक में संशोधन को मंजूरी दे दी गई. कन्हैयालाल का बड़ा बेटा यश 20 साल का है. गहलोत सरकार उसे सरकारी नौकरी देने जा रही है. वहीं छोटे बेटे को भी नौकरी दी जाएगी. हालांकि दोनों को कौन से विभाग में नियुक्त किया जाएगा,ये अभी साफ नहीं है. बता दें कि मोहम्मद रियाज और गौस ने दुकान के भीतर घुसकर दर्जी कन्हैयालाल को मौत के घाट उतार दिया था.
उदयपुर हत्याकांड से देश में आक्रोश
हत्या के बाद उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया था. इस केस में हर दिन नए नए खुलासे हो रहे हैं. दोनों आरोपियों के तार आतंकी संगठनों से भी जुड़ रहे हैं. उदयपुर में दर्जी की हत्या से पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. नूपुर शर्मा को समर्थन वाला स्टेटस लगाने की वजह से कन्हैयालाल को निशाना बनाया गया था. पूरा देश उनके लिए न्याय की मांग कर रहा है. राजस्थान के अलग-अलग शहरों में लोग इस हत्याकांड का विरोध कर रहे हैं. बड़ी तादात में सड़कों पर भीड़ उमड़ रही है. पाली में सर्व हिन्दू समाज ने कलेक्ट्रेट पर हनुमान चालीसा पाठ कर अपना आक्रोश जताया.
आरोपियों को किए पर पछतावा नहीं
यह केस अब NIA के पास है. NIA आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है. मामले में अब तक 5 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. सभी 12 जुलाई तक NIA रिमांड पर हैं. जांच टीम कड़ी से कड़ी जोड़कर अन्य आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. अधिकारियों के मुताबिक आरोपियों को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. कन्हैया लाल का गला रेतकर हत्या करने वाले रियाज अत्तारी (Riyaz Attari) और गौस मोहम्मद एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि उनको फांसी होगी या उम्रकैद. दोनों का प्लान तीन और हत्याएं करने का था. मामले की सख्ती से जांच की जा रही है.
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