PM Modi Germany visit
PM Modi Meets Alberto Fernandez: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ( Alberto Fernandez ) से यहां मुलाकात की और दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी की दो देशों की यात्रा के दौरान पहली द्विपक्षीय बैठक पर एक ट्वीट में कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने म्यूनिख (Munich) में राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज के साथ बातचीत की. दोनों नेताओं ने भारत और अर्जेंटीना के बीच वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा की.’ भारत के अलावा जी7 शिखर सम्मेलन के मेजबान जर्मनी ने अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को वैश्विक लोकतंत्रों को अपने भागीदारों के रूप में मान्यता देने के लिए अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है.
भारत-अर्जेंटीना के मध्य संबंध मजबूत
भारत-अर्जेंटीना संबंधों (India Argentina Relations) को 2019 में रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ा दिया गया था. दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंध पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुए हैं और इसमें राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग शामिल है. अर्जेंटीना में भारतीय मूल के लगभग 2600 लोग रहते हैं, जिनमें भारतीय कंपनियों और बहुराष्ट्रीय निगमों के साथ काम करने वाले पेशेवर शामिल हैं. मोदी 28 जून को जर्मनी से संयुक्त अरब अमीरात जाएंगे.
कई द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेंगे PM मोदी
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात में लगभग 60 घंटे के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री दुनिया के सात सबसे अमीर देशों के समूह जी-7 की बैठक में भाग लेने के अलावा कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. गौरतलब है कि रविवार को पीएम मोदी ने म्यूनिख में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 1975 में लगाया गया आपातकाल भारत के जीवंत लोकतंत्र पर एक काला धब्बा है.
भारत लोकतंत्र की जननी- PM
उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र हर भारतीय के डीएनए में है और 47 साल पहले लोकतंत्र को बंधक बनाने और उसे कुचलने का प्रयास किया गया था. हालांकि देश की जनता ने इसे कुचलने की तमाम साजिशों का लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दिया.’ जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जर्मनी आए प्रधानमंत्री मोदी ने 30 मिनट से अधिक समय तक लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘हर भारतीय गर्व से कह सकता है कि भारत लोकतंत्र की जननी है. संस्कृति, भोजन, परिधान, संगीत और परंपराओं की विविधता हमारे लोकतंत्र को जीवंत बनाती है.’
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